मेरी बेहना
वो प्यारी सी मुस्कान, निःस्वार्थ है, चंचल है, जीने की हिम्मत है, पतझड़ के बाद का बसंत है, वो प्यारी सी मुस्कान, हिम्मत है कुछ नया करने की, शक्ति है चुनोतियों से लड़ने की, वो प्यारी सी मुस्कान, जो कीमत है मेरे सुकून की, कीमत मेरी अच्छाई की, वो प्यारी सी मुस्कान, जो मेरी बेहना के होठो पर है ना वो सस्ती है ना महँगी है सदैव मुस्कुराते रहना मेरी बेहना क्यों की तेरी मुस्कान तो अनमोल है... ✍